Skip to main content

शाहरुख खान ने KKR के साथ मिलकर किया बड़ा ऐलान, PM केयर्स फंड के साथ यहां-यहां करेंगे दान

शाहरुख खान ने KKR के साथ मिलकर किया बड़ा ऐलान, PM केयर्स फंड के साथ यहां-यहां करेंगे दान

शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) ने कोलकाता नाइट राइडर्स के साथ मिलकर देश को इस संकट की घड़ी से निकालने के लिए PM केयर्स फंड में दान करने के साथ ही और भी बड़े ऐलान किए हैं.

मुंबई : देश में पसरे कोरोना (Coronavirus) संकट से उबरने में अब बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) ने भी मदद के हाथ आगे बढ़ाए हैं. शाहरुख खान ने कोलकाता नाइट राइडर्स (Kolkata Knight Riders) के साथ मिलकर देश को इस संकट की घड़ी से निकालने के लिए बड़ा ऐलान किया है. जिसके मुताबिक वह पीएम केयर्स फंड (PM Cares Fund) के साथ ही अन्य संस्थाओं को अपनी मदद देंगे. शाहरुख खान ने ट्वीट करते हुए इसकी जानकारी दी है कि वह पीएम केयर्स फंड के साथ ही महाराष्ट्र CM रिलीफ फंड और दिहाड़ी मजदूरों की मदद के लिए भी डोनेशन देंगे.



शाहरुख की फिल्म प्रोडक्शन कंपनी 'रेड चिलीज एंटरटेनमेंट (Red Chillies Entertainment)'की तरफ से किए गए ट्वीट में लिखा है कि, 'कोलकाता नाइट राइडर्स के *को-ऑनर (co-owner)* शाहरुख खान, गौरी खान, जूही चावला मेहता और जय मेहता ने पीएम केयर्स फंड में योगदान देंगे.' इसके साथ ही वह महाराष्ट्र सीएम राहत फंड में भी दान करेंगे और हेल्थ केयर वर्कर्स की सुरक्षा के लिए 50,000 पर्सनल प्रोक्टेटिव इक्विपमेंट यानी पीपीई का योगदान भी देंगे.
इसके अलावा मीर फाउंडेशन के साथ मिलकर वह मुंबई के 5,500 परिवारों को 1 महीने तक खाना खिलाएंगे और संकट से जूझ रहे दिहाड़ी मजदूरों को भी मील किट उपलब्ध कराएंगे. बता दें काफी समय से शाहरुख को कोरोना संकट में देश की मदद के लिए आगे ना आने को लेकर ट्रोल किया जा रहा था. सोशल मीडिया यूजर्स कई मीम्स के जरिए भी उनका मजाक बना रहे थे.
ऐसे में शाहरुख का यह कदम कहीं ना कहीं उनके ट्रोलर्स की भी बोलती बंद कर देगा. बता दें कोरोना के चलते देश में इन दिनों लॉकडाउन चल रहा है, जिसके चलते कई लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. जिसे देखते हुए बिजनेस जगत से लेकर बॉलीवुड के कई बड़े स्टार्स मदद के लिए आगे आए. बात करें बॉलीवुड की तो कोरोना से जारी जंग में अब तक का सबसे बड़ा डोनेशन अक्षय कुमार की तरफ से आया है. जिन्होंने 25 करोड़ पीएम केयर्स फंड में डोनेट किए हैं.

मोहम्मद हम्माद/दरभंगा B  NEWS

Comments

Popular posts from this blog

*'देश नही बिकने दूँगा' कहने वालो ने आज उन 28 सरकारी कंपनियों की लिस्ट जारी की है जिसे वह बेचने जा रहे है*

*'देश नही बिकने दूँगा' कहने वालो ने आज उन 28 सरकारी कंपनियों की लिस्ट जारी की है जिसे वह बेचने जा रहे है* 1- स्कूटर्स इंडिया लि., 2- ब्रिज ऐंड रूफ कंपनी इंडिया लि, 3- हिंदुस्तान न्यूज प्रिंट लि., 4- भारत पंप्स ऐंड कम्प्रेसर्स लि, 5- सीमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लि., 6- सेंट्रल इलेक्ट्रॉनिक्स लि, 7- भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड, 8- फेरो स्क्रैप निगम 9- पवन हंस लिमिटेड, 10- एअर इंडिया और उसकी पांच सहायक कंपनियां और एक संयुक्त उद्यम, 11- एचएलएल लाइफकेयर, 12- हिंदुस्तान एंटीबायोटिक्स लि., 13- शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया, 14- बंगाल केमिकल्स एंड फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड. 15- नीलांचल इस्पात निगम लिमिडेट 16- हिंदुस्तान प्रीफैबलिमिटेड (HPL), 17 - इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट्स इंडिया लिमिटेड, 18- भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन 19- कंटेनर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (CONCOR) 20- एनएमडीसी का नागरनकर स्टील प्लांट, 21- सेल का दुर्गापुर अलॉय स्टील प्लांट, सलेम स्टील प्लांट और भद्रावती यूनिट. 22- टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड (THDCIL) 23- इंडियन मेडिसीन ऐंड फार्मास्यूटिकल्स कॉरपोरेशन लिमिटेड (IMP

*कृपया इस संदेश को हमारे लिए नहीं राष्ट्र के लिए आगे भेजिए*

*कृपया इस संदेश को हमारे लिए नहीं राष्ट्र के लिए आगे भेजिए* *एनपीआर के लिए हमारा सहयोग होगा शानदार सफलता:* यदि प्रधान मंत्री मोदी को नागरिकता अधिनियम 1955 की धारा 3 के अनुसार, अपनी नागरिकता दर्ज करने की आवश्यकता नहीं है, तो हमें क्यों करना चाहिए? मैं प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा श्री सुभंकर सरकार (632 / 2020-PME) के RTI के लिए दिए गए इस उत्तर की प्रति लेने के लिए सभी से आग्रह करता हूं कि श्री मोदी के नागरिकता प्रमाण पत्र के संबंध में उठाए गए और कागजात दिखाने से इनकार कर दिया, जब NPR डेटा संग्राहक आपसे मिलते हैं। फिर हम सब मोदी की तरह जन्म से ही नागरिक हैं। कृपया इसे व्यापक रूप से प्रसारित करें और प्रत्येक निकाय को इस RTI उत्तर की एक प्रति अपने पास रखनी चाहिए और जरूरत पड़ने पर इसे प्रगणकों को दिखाना चाहिए। यह बहुत महत्वपूर्ण है। यह मुद्दा संसद में उठाया जा सकता है। पीएम का मामला सामान्य नागरिक की तुलना में भिन्न नहीं हो सकता है। । *मोहम्मद हम्माद ; मोहम्मद अरबाज*/दरभंगा *B NEWS* *For more news update please visit our blog* *Link given below* http://www.bmediaa.blogspot.c

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि कोर्ट के समन और नोटिस ईमेल, फैक्स और इंस्टैंट मैसेजिंग एप्लिकेशन जैसे व्हाट्सएप के जरिए भेजे जा सकते हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि कोर्ट के समन और नोटिस ईमेल, फैक्स और इंस्टैंट मैसेजिंग एप्लिकेशन जैसे व्हाट्सएप के जरिए भेजे जा सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि कोर्ट के समन और नोटिस ईमेल, फैक्स और इंस्टैंट मैसेजिंग एप्लिकेशन जैसे व्हाट्सएप के जरिए भेजे जा सकते हैं। "यह हमारे ध्यान में लाया गया है कि नोटिस, सम्मन, विनती की सेवाओं के लिए डाकघरों का दौरा करना संभव नहीं था। उपरोक्त सभी तरह की सेवा ईमेल, फैक्स और अन्य त्वरित संदेशवाहक सेवाओं जैसे व्हाट्सएप और अन्य टेलीफोन मैसेंजर के माध्यम से की जा सकती है। सेवाओं, "शीर्ष अदालत ने कहा। जस्टिस ए एस बोपन्ना और आर सुभाष रेड्डी की पीठ ने कहा, "दो ब्लू टिक्स बताएंगे कि रिसीवर ने नोटिस देखा है।" यह आदेश महामारी के कारण उच्च न्यायालयों और न्यायाधिकरणों में अपील दायर करने की सीमा अवधि बढ़ाने पर सुनवाई के दौरान आया। । #breakingnews   #suprimecort   #whatsapp   #socialsites